Sunday, April 30, 2023

हज़रत हुज़ैफा कहते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जब रात को जागते तो यह दुआ पढ़ते: "अल्हम्दुलिल्लाहि-ल्लज़ी अह्याना बअद मा अमातना, व इलैहिन-नुशूर (सारी प्रशंसाएँ उस अल्लाह के लिए हैं जिस ने हम को (नींद की शकल में) मृत्यु देने के बाद दोबारा जीवित किया, और उसी की ओर उठ कर जाना है।"

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