Tuesday, July 21, 2020

क़ुर्बानी के दिनो मैं बाल और नाखून काटना

क़ुर्बानी के दिनो मैं बाल और नाखून काटना

सवाल :
जिन मर्द औरत पर क़ुर्बानी वाजिब है
उनको चांद रात से पहले कोनसा अमल करना चाहिए 
और जिन्के ज़िम्मे नहीं अनके लिए क्या हुकम

जवाब
बाल व नाखून कटवने का हुकम
हदीस नबी-ए-करीम ﷺ
ने फरमाया जिसने ज़िलहिज्जा (बकरा ईद) का चांद देख लिया
और उसका इरादा कुर्बानी का है जबतक कुर्बानी न करले बाल और नाखून न काटे
(मुस्लिम शरीफ़, तिर्मिज़ी शरीफ़, नसाई शरीफ़)

मसला:
जिनका कुर्बानी करने का इरादा है तो उसके लिए मुस्ताहब है चांद देखने के बाद नाखून और बाल ना काटे

मसला:
अगर किसी शख्स ने 31 दिन से किसी उजर(मजबूरी) की वजाह से
चाहे बिला मजबूरी के शर्मगाह (गुप्त अंग) और बगल के बाल ना काटे
और बकरा ईद का चांद दिख गया हो और वो कुर्बानी का इरादा रखता हो तो वो शख्स इस मुस्तहब अमल पर भी अमल नहीं कर सकता क्यूकि जबतक ईद होगी उसे बाल काटे
41 दिन होजाएंगे और 40 दिन से ज्यादा देरी करना हराम है (मिरातुल मनाजिह जिल्द 2)

मसला:
जिसे दुसरे या तिसरे दिन कुर्बानी करनी है उसके लिऐ बहतर ये है कि दुसरे या तिसरे दिन कुरबानी के बाद बाल व नाखून काटे

मसला:
ईद की नमाज के बाद क़ुर्बानी से पहले नाखून और
बाल कटवा लिये तब कोई हरज नही

(जो क़ुरबानी की ताक़त न रखते हो उसकी कुर्बानी)

हदीस: रावी हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर (रदियल्लाहु तआला अन्हु)
एक शख्स ने अर्ज़ किया रसूल अल्लाह ﷺ मुझे ये बताए कि अगर मेरे पास मेन्हा के
सिवा कोई जनवर न हो तो क्या उसकी क़ुर्बानी करदूँ
(मेन्हा उस जानवर को कहते हैं
जो दुसरे ने उसे इसलिए दिया है कि कुछः दिनो
उसके दुध वगेरह से फायदा उठाये फिर उसके मालिक को वापस करदे)
नबी-ए-करीम ﷺ नहीं

लेकिन तुम अपने बाल और नाखून न
कटवाओ और मोये ज़ेरे नाफ़ (गुप्ता आंग) के बाल
न काटो इसमे तुमहारी कुर्बानी
खुदा ए ताला के नज़दीक पूरी होजायगी
यानी जिसको क़ुर्बानी की तौफ़ीक़ न हो तो उसे इन चीज़ों के करने से कुर्बानी का सवाब मिलेगा
(अबू दाउद शरीफ, नसाई शरीफ)

अल्लाह हम सबको
इन सभी इस्लामी मसाइल पर अमल कारने की तौफ़ीक़ अता फरमाए आमीन


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