Tuesday, March 21, 2023
हुज़ूर ﷺ अपने सहाबए किराम को खुश खबरी सुनाते हुवे इरशाद फ़रमाया करते कि तुम्हारे पास रमज़ान का महीना आया है जो निहायत बा बरकत है, अल्लाह ने तुम पर इस के रोज़े फ़र्ज़ फरमाए है। इसमें जन्नत के दरवाज़े खोल दिये जाते और दोज़ख के दरवाज़े बन्द कर दिये जाते है, नीज़ शैतानो को बांध दिया जाता है। इसमें एक ऐसी रात है जो हज़ार महीनो से बेहतर है जो इस की खैर से महरूम रहा वो बिलकुल ही महरूम रहा।
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