Monday, August 28, 2023

नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जब फज्र की नमाज़ में सलाम फेरते तो ये दुआ पढ़ते: 'अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका इलमन-नाफिआ, व रिज़्कन-तय्यिबा, व अमलम-मुतक़ब्बला' (एै अल्लाह! मै आप से लाभ देने वाले ज्ञान, पाक रोज़ी और क़ुबूल होने वाले काम (की तौफीक़) मांगता हूँ।)"

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